सैकड़ों टन सड़ी प्याज से बन रही बिजली, दुर्दशा देखकर आंखों में आ रहे हैं आंसू
जबलपुर. एमपी में प्याज की बम्पर आवक के बाद जहां पूर्व में प्रशासन से लेकर व्यापारियों तक खुश हो गए, वहीं अब ओवर स्टॉक होने के कारण सड़ रही प्याज इनके लिए जी का जंजाल बन गई है। आमतौर पर प्याज को छीलने व काटने में आंसू निकल आते हैं, लेकिन वर्तमान में आलम यह है कि बारिश में सड़ी प्याज की दुर्दशा देख अधिकारियों से लेकर व्यापारियों के आंसू निकल रहे हैं। वहीं इस सड़ी प्याज का उपयोग अब बिजली बनाने में उपयोग करना पड़ रहा है।
-जबलपुर जिले में लाखों क्विंटल प्याज की आवक के बाद नागरिक आपूर्ति निगम ने इसे बिकवाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी। दरअसल, प्याज की जो खेप आई है, उनमें से कई खराब क्वालिटी की हैं।
-इसके अलावा मांग से ज्यादा हुई आपूर्ति के चलते प्याज का स्टॉक रखवाने की भी चुनौती थी। यही वजह रही कि पर्याप्त सुरक्षित स्थान उपलब्ध नहीं होने के कारण बड़ी मात्रा में प्याज का भण्डार कछपुरा मालगोदाम और मण्डी शेड में रखा गया।
-मानसून के सक्रिय होने के साथ ही प्याज भीगने लगी और ज्यादा माल सड़ गया। प्याज सड़ने से आसपास के इलाकों में बदबू फैलने लगी। प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए खराब प्याज को उठवाने की कार्रवाई शुरू कर दी।
भीगने से बढ़ गया भार
-खुले में पड़ी हजारों क्विंटल प्याज बारिश में भीगने से सड़ तो चुकी ही हैं।
-साथ ही पानी लगने के बाद इसका भार भी प्रति बोरी पैंतीस किलो से बढकर चालीस किलो तक हो गया है।
कठौंदा भिजवाई जा रही
-नागरिक आपूूर्ति निगम के अधिकारियों का कहना है कि प्याज के सड़ चुके स्टॉक को डम्परों के माध्यम से नगर निगम के कठौंदा स्थित संयंत्र में पहुंचाई जा रही है, जहां इससे बिजली बनाई जा रही है।
-अब तक यहां सैकड़ों डम्पर प्याज पहुंचाई जा चुकी है।
6 सौ रुपए डम्पर लग रही फिंकवाई
-प्याज फिंकवाने के लिए नागरिक आपूर्ति निगम को प्रति डम्पर छ: सौ रुपए की राशि का भुगतान करना पड़ रहा है।
-इसमें अबतक करोड़ों रुपए लग चुके हैं।
मण्डी से उठवा कर फिंकवाया जा रहा
प्याज सड़ने को लेकर व्यापारियों की शिकायत के बाद इसे मण्डी से उठवा कर फिंकवाया जा रहा है। जल्द ही सड़ी प्याज का स्टॉक उठवा लिया जाएगा।
हेमंत सिंह, जिला प्रबंधक, नागरिक आपूर्ति निगम
NEXT