देश में जीएसटी, किताबों में छात्रों को वैट ही पढ़ाएंगे
जबलपुर। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) देश में भले ही लागू हो गया हो लेकिन कॉमर्स के छात्र इस साल टैक्स से जुड़े फॉर्मूले को समझने पुराने ढर्रे पर वैट और कमर्शियल टैक्स ही पढ़ेंगे। क्योंकि बीकॉम के सिलेबस में जीएसटी को शामिल ही नहीं किया गया है। यानी छात्रों को पुरानी टैक्स प्रणाली को समझकर ही परीक्षा देनी होगी। दरअसल, सिलेबस बनने तक टैक्स के जानकारों तक को जीएसटी का ज्ञान नहीं था।
पुराने सिलेबस के आधार पर किताबें भी बाजार में आ जुकी हैं, जिसमें जीएसटी का कोई जिक्र नहीं है। वहीं बीकॉम तीसरे वर्ष में इनकम टैक्स और इनडायरेक्ट टैक्स का कोर्स पढ़ाया जाता है। यदि इस साल सिलेबस में जीएसटी को शामिल कर लिया जाता तो ग्रेजुएशन पूरा करने वाले छात्रों को जीएसटी के बारे में पढ़ने मिल जाता।