MP में पांच दिन पहले आएगा मानसून, इस बार तोड़ेगा सारे रिकार्ड
दक्षिण पश्चिमी मानसून ने मंगलवार को दो दिन पहले ही केरल तट और पूर्वोत्तर में दस्तक दे दी। मौसम विभाग के अनुसार चक्रवाती तूफान मोरा के चलते इस बार केरल के साथ ही मणिपुर, मिजोरम,अरुणाचल व नागालैंड में भी मानसून जल्दी पहुंच गया। यह 2011 के बाद सबसे जल्दी मानसून पहुंचने का रिकॉर्ड है। देश में मानसून एक जून को पहुंचता है। इसने अंडमान निकोबार समेत दक्षिण अंडमान सागर को 14 मई को ढक लिया था। आमतौर पर पूर्वोत्तर तट पर केरल से कुछ दिनों बाद मानसून पहुंचता है।
आईएमडी के अनुसार यहां मानसून नियत तारीख से तीन पहले पहुंच गया। यहां मानसून पहुंचने की औपचारिक तिथि 17 मई है। भारत में होने वाली वार्षिक बरसात का 70 प्रतिशत दक्षिण-पश्चिम मानसून ही लेकर आता है।
अगले 24 घंटे में यहां
मौसम विभाग के अनुसार केरल के अलावा लक्षद्वीप, तटीय कर्नाटक, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों और पूर्वोत्तर राज्यों के अधिकांश हिस्सों में भी मानसून अगले 24 घंटों में दस्तक दे सकता है।
मप्र में सही समय पर
प्रदेश में मानसून के समय पर यानी 10 जून को पहुंचने के आसार हैं। बीते दो साल से यहां 1 हफ्ते देर से आया। भोपाल में मंगलवार रात 8.30 बजे तक 13 मिमी बारिश हुई।
सटीक अनुमान
17 मई को जारी पूर्वानुमान के अनुसार केरल में इस वर्ष 30 मई को ही को मानसून पहुंचना था। हालांकि इससे पहले यह अनुमान 5 जून का था। केरल में सोमवार को भी भारी बारिश हुई थी।
सवा घंटे में 13 मिमी बारिश, 14 डिग्री गिरा पारा
देशभर में समय से पूर्व चल रहे मानसून का असर पूरे मप्र सहित राजधानी भोपाल में भी मंगलवार को देखने को मिला। सुबह से छाए बादल आखिर साढ़े चार बजे बरस ही पड़ा। शहर के विभिन्न इलाकों में लगभग सवा घंटे तक रुक-रुक कर बारिश हुई।
मौसम विभाग की ऑब्जरवेटरी में दर्ज आंकड़ों के अनुसार 13 मिमी बारिश राजधानी में दर्ज की गई। इस बारिश से मई महीने की बारिश का कोटा लगभग फुल हो गया है। जिससे तापमान में 14 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई। अधिकतम तापमान 38.8 डिग्री सेल्सियस से लुढ़ककर 24.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। राजधानी में मंगलवार को सुबह से ही उमस और बादल छाए रहे। दोपहर होते-होते यह उमस और गहरी हो गई।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार सुबह की आद्र्रता 54 प्रतिशत थी जो कि सामान्य से 10 प्रतिशत अधिक थी। सुबह से छिटपुट छाए बादल लगभग 4 बजे गहरे होते गए। इस दौरान लगभग 65 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चली। ये सीजन में दूसरी बार है जब इतनी तेज हवाएं चली है। हल्की बौछारों से शुरू हुई बारिश लगातार गहरी होती गई। तेज हवाओं के चलते चार इमली में मंत्री जयभान सिंह पवैया के निवास के पास पेड़ गिरा जिससे खड़ी कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। विभाग के अनुसार मंगलवार को अधिकतम तापमान 38.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
बंगाल की खाड़ी से आई जोरदार नमी
मौसम विभाग के अनुसार बंग्लादेश में सीवियर साइक्लोनिक स्टॉर्म बना हुआ है। हालांकि, इसमें तीव्रता में कमी आई है, लेकिन इस इस स्टॉर्म की वजह से प्रदेश में जोरदार नमी आई है। हवाओं की दिशा भी दक्षिण-पश्चिम है। इससे भी नमी में बढ़ोतरी हुई है।