Bihar board10th class result: अगर रिजल्ट हो गया खराब तो यूं निपटें तनाव से
पटना रिजल्ट को लेकर बहुत से विद्यार्थी बेहद तनाव में रहते हैं और कई बार नाकामी या कम स्कोर करने की वजह से बच्चे गलत कदम उठा लेते हैं। जबकि करियर के इस अहम पड़ाव पर बेहद संयम के साथ काम लेना चाहिए। ये जीवन का आखिरी रिजल्ट नहीं एेसा सोचकर नकारात्मकता को खुद से दूर करना चाहिए। मायूस नहीं होना चाहिए।
रिजल्ट खराब होने के बाद छात्रों के लिए इस समय माता-पिता की भूमिका बेहद अहम होती है। ऐसी स्थिति में उन्हें स्टूडेंट्स का मनोबल बढ़ाया जाना चाहिए, ना कि उन्हें डांटना या कुछ एेसा कहना चाहिए जिससे उनके मन पर विपरीत असर पड़े।
यहां हम बताते हैं कि कैसे इन तनाव की स्थिति से निपटा जा सकता हैं-
1. ये सिर्फ अभी शुरुआत है
ये ना सोचें कि रिजल्ट खराब हो गया या कम नंबर मिले, बल्कि ये सोचें अभी सिर्फ करियर की शुरुआत है। बोर्ड रिजल्ट आपकी करियर की दिशा तय नहीं करेंगे। सात-आठ साल बाद यह कोई नहीं देखेगा कि आपके 10वीं बोर्ड परीक्षा में कितने मार्क्स आए थे, बल्कि देखा ये जाएगा कि आपने इसके बाद क्या किया है? आपके हाथ में कितना हुनर है? आपको अपने प्रोफेशन का कितना ज्ञान है।
2. ज्यादा न सोचें
नतीजों, अपनी परफॉर्मेंस पर ज्यादा न सोचें, आगे का सोचें, प्लान करें। पास होने की खुशी मनाएं, अगर रिजल्ट खराब हुआ तो उसे भी हावी ना होने दें। जिंदगी में आगे बहुत कुछ करना है, यही अंतिम रिजल्ट नहीं यह सोचकर अपने दिन को इंज्वॉय करें।
3. अपने पसंदीदा काम करें
गलत बातें ना सोचकर मूवी देंखें, अपना पसंदीदा स्पोर्टस खेल सकते हैं। कहीं घूमने जा सकते हैं। खुद को किसी न किसी एक्टिविटी में बिजी रखें। ऐसी चीजें करें जिससे आपका मूड रिफ्रेश हो जाएं। इसकी जरूरत भी है क्योंकि अभी आपको आगे बहुत कुछ करना है।
4. तुलना न करें
पेरेंट्स परीक्षा में खराब परफॉर्म करने पर अपने बच्चे की तुलना आसपास के बच्चों से न करें। परीक्षा में अच्छा करने वाले बच्चों की मिसाल देकर अपने बच्चे को और हतोत्साहित और निराश करना गलत है। उसे नीचा न दिखाएं। इससे आपके बच्चे का आत्मविश्वास का स्तर और घटेगा। ऐसी स्थिति में उन्हें समझाएं कि एक असफलता उनका करियर का फैसला नहीं कर सकती। भविष्य की ओर देखें, बीते हुए की ओर नहीं।
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5. थोड़ी राहत दें
बोर्ड परीक्षा के बाद रिजल्ट तक बच्चे काफी प्रेशर में रहते हैं। उन पर काफी दबाव रहता है। अब अगर बच्चा परीक्षा में अच्छा नहीं करता है तो इसका मतलब यह नहीं पेरेंट्स उसपर अनावश्यक दबाव बनाएं और उसे और मायूस कर दे, उसे आजादी दें। उसके साथ अच्छा व्यवहार करें। उसे डराएं नहीं। पॉजिटिव सोचें। अवसरों की कमी नहीं है।
6. मेडिटेशन
अपने तनाव और टेंशन पर काबू पाने के लिए मेडिटेशन का सराहा भी ले सकते हैं।