हरियाणा में शो रूमों में दोपहिया वाहन हुए आउट अॉफ स्टॉक, लोगों की मारामारी –
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पहली अप्रैल से बंद हो रहे बीएस-तीन (भारत स्टेज तीन) मॉडल वाले दोपहिया वाहनों की खरीद को लेकर हरियाणा में आज भी खूब मारामारी मची हुई है। सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, रोहतक सहित कई स्थानों पर डीलरों ने आउट आफ स्टाक का बोर्ड लगा दिया है। इसके बावजूद लोग इस उम्मीद में हैं कि शायद उन्हें वाहन मिल जाए।
दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी हीरो मोटो कार्प और होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया लिमिटेड ने स्टॉक निकालने के लिए अपने मॉडलों पर साढ़े बारह हजार रुपये तक की छूट दी। इस कारण दोनों कंपनियों के शोरूम में दोपहिया वाहनों के खरीदार उमड़ पड़े। छूट के पहले दिन शुक्रवार को प्रदेशभर में करीब 70 हजार वाहन बिके।
डीलरों के अनुसार बीएस-तीन वाहनों पर प्रतिबंध से प्रदेशभर में करीब एक लाख दोपहिया वाहनों की बिक्री प्रभावित हुई है। फिलहाल प्रयास छूट देकर समय सीमा से पहले यथासंभव वाहनों को बेचना है। हीरो मोटो कार्प ने इन वाहनों पर पांच हजार से साढ़े बारह हजार रुपये तक की छूट की पेशकश की है। कंपनी ने अपने स्कूटर पर 12,500 रुपये, प्रीमियम बाइक पर 7500 रुपये और शुरुआती स्तर की मोटर साइकिलों पर पांच हजार रुपये तक की छूट दी है। दूसरी तरफ होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया (एचएमएसआइ) ने अपने स्कूटरों और मोटरसाइकिलों पर दस हजार रुपये तक की छूट दी।
उधर, दोनों कंपनियों ने ग्राहकों को लुभाने के लिए फोन पर कॉल कर छूट के बारे में बताया। विभिन्न स्थानों पर वाहनों और रिक्शों के माध्यम से छूट की मुनादी कराई। इसके बाद देखते ही देखते मोटरसाइकिल खरीदने के इच्छुक लोग शो-रूमों पर उमड़ पड़े। कई स्थानों पर स्टाक खत्म हो गया जिससे लोगों को मायूस होकर लौटना पड़ा। वहीं कुछ स्थानों पर शो-रूम संचालकों ने सुप्रीम कोर्ट से राहत की उम्मीद में कुछ माल बचाकर रख लिया ताकि इसे बाद में सही दामों में बेचा जा सके।
कल से महंगे होंगे दोपहिया वाहन
वाहन निर्माता कंपनियों को शनिवार से केवल बीएस-4 मानकों वाले वाहनों के ही विनिर्माण और बिक्री की अनुमति होगी। अब सभी दोपहिया वाहन बीएस-4 इंजन के साथ आएंगे जिससे वाहन की कीमत ज्यादा होगी। यह बोझ कंपनियां ग्राहकों पर ही डालेंगी। अतिरिक्त फीचर्स की वजह से स्कूटरों और मोटरसाइकिलों की कीमतों में 1,500 रुपये तक की बढ़ोतरी हो सकती है। बजाज ऑटो के टॉप मॉडल्स में पांच हजार रुपये तक की बढ़ोतरी हो सकती है।
क्या है बीएस-तीन और बीएस-चार
बीएस यानी भारत स्टेज का संबंध एमिशन स्टैंडर्ड से है। इससे पता चलता है कि आपकी गाड़ी कितना प्रदूषण फैलाती है। बीएस के साथ जो नंबर होता है उससे पता चलता है कि इंजन कितना प्रदूषण फैलाता है। यानी जितना बड़ा नंबर उतना कम प्रदूषण। बीएस के जरिए ही केंद्र सरकार गाडिय़ों के इंजन से निकलने वाले धुएं से होने वाले प्रदूषण को रेगुलेट करती है। बीएस मानक सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड तय करता है। देश में चलने वाली हर गाडिय़ों के लिए बीएस का मानक जरूरी है। एनसीआर और कुछ दूसरे शहरों में बीएस 4 पहले ही लागू है।