भारत और नेपाल के रिश्ते हिमालय जितने पुराने : पीएम मोदी, पढ़ें भाषण की 10 खास बातें

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने गुरुवार को संयुक्त प्रेस वार्ता की. इससे पहले दोनों देशों के प्रधानमंत्री ने आठ समझौतों पर हस्ताक्षर किए. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने नेपाल से देश के रिश्तों पर भरोसा जताया. पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देश राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ मना रहे हैं. इस दौरान प्रधानमंत्री देउबा के साथ कई अहम मुद्दों पर बातचीत हुई है. कई विकास परियोजनाओं पर बातचीत हुई.
प्रधानमंत्री ने संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि भारत और नेपाल के संबंध हिमालय जितने पुराने हैं. पीएम मोदी ने नेपाल की हर संभव मदद करने का भरोसा जताया. उन्होंने कहा कि भारत-नेपाल के रिश्ते समृद्ध हैं. दोनों देश मिलकर कई परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि दोनों ही देशों के बीच कई विकास परियोजनाओं पर अहम बातचीत हुई.
प्रधानमंत्री ने कहा कि देउबा जी ने मुझे नेपाल आने का न्योता दिया है. इस दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने पर सहमति बनी. इससे पहले प्रधामंत्री ने गुरुवार को नेपाली प्रधानमंत्री देउबा के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता से पहले उनकी अगुवाई की. पीएम मोदी ने कहा कि सौभाग्य है कि मुझे देउबा जी के स्वागत का मौका मिला.
भाषण की खास बातें
– हमारे संबंध हिमालय जितने पुराने मोदी
– राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ मना रहे हैं दोनों देश
– कई विकास परियोजनाओं पर अहम बातचीत हुई
– हाइड्रो पावर योजना को तय समय सीमा में पूरा करेंगे
– नेपाल की हर संभव मदद करेगा भारत
– दोनों देशों के बीच 8 समझौतों पर हस्ताक्षर
– पीएम ने कहा, भारत-नेपाल के रिश्ते समृद्ध
– दोनों देशों की साझेदारी पर विस्तार से बात की
– कई क्षेत्रों में भारत- नेपाल मिलकर काम कर रहे
– सौभाग्य है कि मुझे देउबा जी के स्वागत का मौका मिला
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने दोनों नेताओं की तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट कर लिखा कि मित्रता और आपसी विश्वास का अद्भुत संबंध प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा की अगुवाई की. मोदी ने बुधवार दोपहर को देउबा के भारत पहुंचने के कुछ देर बाद ही उनके साथ बैठक की थी.
देउबा के जून में पद्भार संभालने के बाद यह उनका पहला विदेश दौरा है. इससे पहले गुरुवार को देउबा का राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में भव्य स्वागत किया गया. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने देउबा से मुलाकात की और द्विपक्षीय वार्ता से पहले उनका स्वागत किया.
देउबा राष्ट्रपति कोविंद और उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू से भी मुलाकात करेंगे, जबकि अरुण जेटली भी देउबा से मुलाकात करेंगे. देउबा हैदराबाद, तिरुपति और बोधगया का दौरा भी करेंगे. देउबा के जून में प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद यह उनका पहला विदेश दौरा है. इससे पहले चीन के उपप्रधानमंत्री वांग यांग नेपाल गए थे, जहां दोनों के बीच ऊर्जा और आर्थिक संबंधों को बढ़ाने को लेकर कई प्रमुख समझौते हुए थे.
देउबा का यह दौरा भारत और चीन के बीच डोकलाम में जारी गतिरोध के बीच हो रहा है, जिससे भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ा है. देउबा इससे पहले 1996, 2004 और 2005 में प्रधानमंत्री के तौर पर तीन बार भारत आ चुके हैं.