मोदीजी, उसने मुझे बेच दिया, यकीन था कि मैं वहीं मर जाऊंगी’

मुंबई। मानव तस्करों के चंगुल से बाहर आयी एक महिला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक भावनात्मक पत्र लिखकर अपनी त्रासदी बयां की। उसने बताया कि उसे किस तरह देह व्यापार में धकेला गया और मोदी से अपने जैसी महिलाओं को बचाने की अपील की।

महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग (एमएससीडब्ल्यू) की अध्यक्ष विजया राहतकर ने कल प्रधानमंत्री को यह पत्र सौंपा। वह मोदी से कल रक्षाबंधन के मौके पर दिल्ली में मिलीं और उनकी कलाई पर राखी बांधी। दो पन्ने के पत्र में महिला ने लिखा कि उसे तस्करी कर लाने के बाद शहर के एक चकलाघर में बेच दिया गया जहां वह ‘‘नारकीय’’ दशाओं में छह साल रही।

मेरे साथ जानवरों से भी बदतर सलूक होता था : महिला

उसने कहा, ‘‘मुझे रोज मारा पीटा जाता था और मेरे साथ जानवरों से भी बदतर सलूक होता था। मैंने वहां से बाहर निकलने की सभी उम्मीदें छोड़ दी थी और यकीन था कि मैं वहीं मर जाऊंगी।’’ हालांकि महिला खुशकिस्मत थी कि वह इस ‘‘काली दुनिया’’ से बाहर निकलने में सफल रही और अब एक गरिमापूर्ण जीवन जी रही है।’’

‘काली दुनिया से निकलकर मुझे नया जीवन मिला’

उसने पत्र में लिखा, ‘‘एक दिन आया जब मुंबई पुलिस ने एक एनजीओ की मदद से मुझे उस काली दुनिया से निकाला और एक नया जीवन दिया। मेरा पुनर्वास किया गया और अब मैं कपड़ों की एक दुकान में काम करती हूं।’’

महिला ने की पीएम मोदी से अपील
महिला ने मोदी से अपील करते हुए कहा, ‘‘रक्षा बंधन के दिन मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि कृपया अपनी उन बहनों के रक्षक की भूमिका निभाएं जो अब भी चकलाघरों में नारकीय जीवन जी रही