उत्तर कोरिया को लेकर ट्रंप के सकारात्मक संकेत

उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने अंतर महाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइलों (आइसीबीएम) का जखीरा बढ़ाने का निर्देश दिया है लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हालात सकारात्मक होने के संकेत दिये हैं। ट्रंप के सत्ता संभालने के बाद ऐसा पहली बार हुआ है। इससे पता चलता है कि अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच पर्दे के पीछे भी ऐसा प्रयास हो रहा है जिससे दोनों देशों के रिश्तों का तनाव कम हो।
फीनिक्स शहर में रैली के दौरान ट्रंप ने कहा, उत्तर कोरिया को लेकर जो सूचनाएं आई हैं-वे सम्मान करने योग्य हैं। इसमें कुछ सकारात्मक संदेश है। इसके आगे बढ़ने का इंतजार है। उत्तर कोरिया को लेकर ट्रंप का इस तरह का सकारात्मक वक्तव्य पहली बार आया है। इससे पहले विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने मंगलवार ने उत्तर कोरिया के साथ बातचीत शुरू होने की संभावना जताई थी। ये बयान तब आए हैं जबकि अमेरिका और दक्षिण कोरिया का संयुक्त सैन्य अभ्यास चल रहा है। उत्तर कोरिया की हमले की आशंका को दरकिनार करके अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने पहले ही साफ किया था कि यह सैन्य अभ्यास सुरक्षात्मक होगा।
उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए के अनुसार तानाशाह किम जोंग उन ने हाल ही में एक रासायनिक संस्थान का दौरा किया। यहां पर वैज्ञानिकों ने उन्हें आइसीबीएम के वारहेड और ठोस ईंधन आधारित रॉकेट इंजन के बारे में बताया। यहां पर उन्होंने संस्थान को ज्यादा मात्रा में रॉकेट इंजन का उत्पादन करने और वारहेड बनाने का निर्देश दिया। उत्तर कोरिया ने करीब डेढ़ साल में दो परमाणु परीक्षण और दर्जन भर से ज्यादा मिसाइल परीक्षण किये हैं। इसके चलते उसके और अमेरिका व दक्षिण कोरिया से रिश्ते खासे तनावपूर्ण हो गए हैं। हालात टकराव के बन चुके हैं। उत्तर कोरिया पर दबाव बनाने की नीयत से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी उस पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं।