भोपाल-इंदौर मेट्रो रेल प्रोजेक्ट में होने वाली है भर्ती, शुरू होने वाला है काम

भोपाल. मध्यप्रदेश के भोपाल-इंदौर मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट को यूरोपियन बैंक से 3200 करोड़ रुपए की मंजूरी मिल गई है। इसके बाद अब मेट्रो प्रोजेक्ट को गति मिलने वाली है। इसके साथ ही मेट्रो ट्रेन कारपोरेशन में बड़ी संख्या में अधिकारियों-कर्मचारियों की नियुक्ति होने वाली है।

मध्यप्रदेश के भोपाल और इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए जल्द ही अधिकारियों और कर्मचारियों की भर्ती होने वाली है। इसके लिए प्लानिंग चल रही है। जल्द ही भर्ती के विज्ञापन निकाले जा सकते हैं। मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का दफ्तर नगरीय प्रशासन के एक कमरे में लगता है। अधिकारियों और कर्मचारियों की भर्ती के साथ ही दस हजार वर्गफीट का नया कार्यालय तलाशा जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि 2018 में मेट्रो का जमीनी काम शुरू कर 2023 तक लोगों को मेट्रो की सौगात दी जा सके।

अभी नगरीय प्रशासन के पालिका भवन में ही एक कमरे से मेट्रो की पूरी प्लानिंग चल रही है। फिलहाल डेडिकेटेड स्टॉफ में इंजीनियरिंग चीफ के तौर पर जितेंद्र दुबे हैं। कमल नागर को स्वास्थ्य विभाग में स्थानांतरित कर दिया गया है। ऐसे में आगे की योजना के लिए नया स्टॉफ व नया स्थान तय करने की कवायद की जा रही है।

गौरतलब है कि भोपाल में 105 किमी व इंदौर में 103 किमी लंबा ट्रैक तय किया गया है। इनमें से पहले चरण में भोपाल में 28 किमी के दो रूट पर मेट्रो दौड़ाई जाएगी। इंदौर में 31 किमी लंबे एक रूट पर मेट्रो चलाई जाएगी। इसके लिए ही पूरी कवायद हो रही है। मेट्रो ट्रेन कारपोरेशन के एमडी विवेक अग्रवाल का कहना है कि काम बड़ा है, इसलिए नया स्थान और स्टॉफ चाहिए। जमीनी काम जल्द शुरू करेंगे।

ऐसे होगा मेट्रो का नया स्टाफ
7 जनरल मैनेजर रहेंगे। प्लानिंग से लेकर सिविल, लीगल सभी के अलग-अलग जीएम रहेंगे।
1 डिप्टी इंचार्ज प्रोजेक्ट
1 प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर व लायजनिंग ऑफिसर
1 प्लानर, शेड्यूलर
1 एमआईएस ऑफिसर
5 मैनेजर
5 Assistant मैनेजर