मध्‍य प्रदेश किसान आंदोलन: कांग्रेस का बंद एलान, राहुल गांधी मंदसौर दौरे पर

गोलीबारी के विरोध में किसान संगठनों के साथ कांग्रेस ने भी आज मध्य प्रदेश बंद का एलान किया है। वहीं कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी भी पीडि़तों के परिवार से मिलने के लिए मंदसौर पहुंचेंगे।

उन्‍होंने किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि अपना अधिकार मांगने पर सरकार किसानों पर गोली चला रही है। राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा, ‘भाजपा के न्यू इंडिया में किसान अपना अधिकार मांग रहे हैं और बदले में उन्हें गोलियां मिल रही हैं।’ उनकी पार्टी ने भी लिखा है कि जो हमें खाना खिलाते हैं, सरकार उन्हें गोली खिला रही है।

हालांकि गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा है कि किसानों पर गो‍लियां पुलिस ने नहीं बल्कि असामाजिक तत्वों और षड्यंत्रकारियों ने चलाईं। वहीं, मंदसौर जिले की प्रभारी मंत्री अर्चना चिटनीस ने घटना को सियासी साजिश बताते हुए मादक पदार्थ तस्करों और कांग्रेस को इसके लिए जिम्मेदार बताया है। वहीं मुख्‍यमंत्री शिवराज चौहान ने पूरी घटना के न्‍यायिक जांच के आदेश दिए हैं।

इस बीच, हालात बेकाबू देख मंदसौर में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है। वहीं अफवाहों को रोकने के लिए जिले में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। हिंसा में मारे गए किसानों के परिजनों को राज्य सरकार ने दस-दस लाख रुपए का मुआवजा देने का फैसला किया है।

उन्‍होंने किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि अपना अधिकार मांगने पर सरकार किसानों पर गोली चला रही है। राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा, ‘भाजपा के न्यू इंडिया में किसान अपना अधिकार मांग रहे हैं और बदले में उन्हें गोलियां मिल रही हैं।’ उनकी पार्टी ने भी लिखा है कि जो हमें खाना खिलाते हैं, सरकार उन्हें गोली खिला रही है।

हालांकि गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा है कि किसानों पर गो‍लियां पुलिस ने नहीं बल्कि असामाजिक तत्वों और षड्यंत्रकारियों ने चलाईं। वहीं, मंदसौर जिले की प्रभारी मंत्री अर्चना चिटनीस ने घटना को सियासी साजिश बताते हुए मादक पदार्थ तस्करों और कांग्रेस को इसके लिए जिम्मेदार बताया है। वहीं मुख्‍यमंत्री शिवराज चौहान ने पूरी घटना के न्‍यायिक जांच के आदेश दिए हैं।

इस बीच, हालात बेकाबू देख मंदसौर में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है। वहीं अफवाहों को रोकने के लिए जिले में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। हिंसा में मारे गए किसानों के परिजनों को राज्य सरकार ने दस-दस लाख रुपए का मुआवजा देने का फैसला किया है।