युवराज सिंह को इस तरह से टीम से बाहर रखना उनकी लय तोड़ने जैसा : गौतम गंभीर

टीम इंडिया टेस्ट सीरीज जीतने के बाद वनडे में भी मेजबान श्रीलंका पर हावी दिख रही है। पहला एकदिवसीय मैच 9 विकेट से जीतने के बाद भारतीय टीम के हौसले बुलंद हैं लेकिन एकदिवसीय और टी20 श्रृंखला में युवराज सिंह का चयन ना होने पर गौतम गंभीर ने अब सवाल खड़े कर दिए हैं। इस पूर्व क्रिकेटर का कहना है कि ‘युवी को आराम नहीं बल्कि मौके दिए जाने की जरूरत थी।’
गौतम गंभीर ने कहा कि ‘ ये हैरानी की बात है कि चयनकर्ता युवराज को बाहर किये जाने के पीछे उन्हें आराम दिये जाने को कारण बता रहे हैं। यदि आप युवी 2019 में विश्व कप में खेलते देखना चाहते हैं तो उन्हें ज्यादा से ज्यादा खेलने का मौका दिए जाने की जरूरत है। युवी अकेले दम पर टीम इंडिया को मैच में जीत दिला सकते हैं। युवराज का विकल्प ढूंढना इतना आसान नहीं है और उन्हें इस तरह से टीम से बाहर रखना उनकी लय तोड़ने जैसा है।

बता दें कि श्रीलंका के खिलाफ एकदिवसीय और टी20 मैचों की लिए खब्बू बल्लेबाज युवराज सिंह को टीम में जगह नहीं मिलने पर मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने कहा था कि युवी को आराम दिया गया है और उनके लिए दरवाजे बंद नहीं हुए हैं। टीम में युवराज का चयन नहीं होने पर यह कयास लगाए जा रहे हैं कि उनका करियर खत्म हो गया लेकिन ऐसी आशंकाओं पर विराम लगाते हुए प्रसाद ने कहा था कि युवराज को आराम दिया गया है और हम विश्व कप के लिये टीम को तैयार कर रहे हैं जिसके तहत युवाओं को मौका दिया गया है। प्रसाद ने कहा, ‘किसी भी खिलाड़ी के लिये दरवाजा बंद नहीं होता। सब को क्रिकेट खेलने का अधिकार है। यह उनका जुनून है। वे अपने जुनून का पीछा कर रहे हैं। हम विभिन्न संयोजनों को आजमाना चाहते हैं।’

गौरतलब है कि लगभग 17 साल के क्रिकेट करियर में युवी ने भारतीय टीम को कई यादगार लम्हें दिए हैं। बात चाहे 2007 में हुए पहले टी-20 विश्व कप की हो या 2011 में भारत में आयोजित विश्व कप की, दोनों ही विश्वकप में उन्होंने लगभग अपने दम पर टीम को चैंपियन बनाया। 2011 के विश्वकप के दौरान कैंसर से जूझते हुए उन्होंने गेंद और बल्ले दोनों से कमाल का प्रदर्शन किया। कैंसर से निजात पाने के बाद भी युवी ने शानदार तरीके से मैदान में वापसी की।