टीम एक और कप्तान दो, जीता सिर्फ हिंदुस्तान
आपको जानकार खुशी होगी कि भारत ने यह सीरीज दो कप्तानी में जीती है। शुरुआती तीन टेस्ट में विराट कोहली टीम के कप्तान थे, तो वहीं विराट के चोटिल होने के कारण अजिंक्य रहाणे ने टीम की कप्तानी संभाली और ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से हराकर भारत को जीत दिलाई।
विराट कोहली है आक्रामक कप्तान, तो वहीं रहाणे बिल्कुल शांत
विराट कोहली काफी आक्रामक कप्तान हैं, लेकिन उसी तरह वह हमेशा जोश से भरे रहते हैं। उनका जोश मैदान में भी नजर आता है, तो वहीं कोहली के विपरीत अजिंक्य रहाणे बिल्कुल शांत स्वभाव के है। विराट पूरी सीरीज में बल्ले से फेल रहे। लेकिन इसका असर उनकी कप्तानी पर नहीं पड़ा। बल्कि सीरीज के पिछड़ने के बाद भी कोहली ने अपनी आक्रामक कप्तानी जारी रखी।
विराट की गैरमौजूदगी में रहाणे ने की बेहद अच्छी कप्तानी
विराट के चोटिल होने के बाद रहाणे ने भी उनकी गैरमौजूदगी में बेहद अच्छी तरह से कप्तानी संभाली। रहाणे भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी करने वाले 33वें कप्तान बने। इससे पहले रहाणे ने कभी प्रथम श्रेणी क्रिकेट में कप्तानी नहीं की थी।
दोनों खिलाड़ियों ने सीरीज में दिखाया औसत खेल
विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे दोनों खिलाड़ियों ने इस सीरीज में औसत खेल ही दिखाया है। विराट कोहली ने जहां तीन मैचों में मात्र 46 रन बनाये तो वहीं अजिंक्य रहाणे ने सीरीज में एक अर्धशतक के साथ करीब 200 रन बनाये हैं। दोनों बल्लेबाज पूरी सीरीज में जूझते हुए नजर आये हैं।
पहले भी कई बार रहे है एक सीरीज में दो कप्तान
एक सीरीज और दो कप्तान ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी कई बार ऐसा हुआ है 2010 में बांग्लादेश के खिलाफ धोनी की गैरमौजूदगी में वीरेंद्र सहवाग ने एक टेस्ट में कप्तानी की थी, उसके बाद धोनी ने बाकी टेस्ट मैचों में कप्तानी की थी और वो सीरीज भी भारत ने जीती थी। वहीं 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही महेंद्र सिंह धोनी और अनिल कुंबले की कप्तानी में भारत ने सीरीज पर कब्जा किया था। उस सीरीज के अनिल कुंबले ने टेस्ट से संन्यास ले लिया था जिसके बाद धोनी ने भारत की कमान संभाली थी।