8 सिमी आतंकियों का हुआ था एनकाउंटर, कोर्ट ने दोनों सरकारों से अब मांगा जवाब8 सिमी आतंकियों का हुआ था एनकाउंटर, कोर्ट ने दोनों सरकारों से अब मांगा जवाब

नई दिल्ली। पिछले साल भोपाल की जेल से भागने वाले सिमी के 8 कार्यकर्ताओं के एनकाउंटर मामले में सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकारों को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने उनसे पीछा है कि क्यों न इस मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए। दोनों ही सरकारों को कोर्ट ने चार सप्ताह में जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
एमपी पुलिस का दावा है कि भोपाल के सेंट्रल जेल में बंद सिमी के 8 कार्यकर्ता कथित तौर पर दिवाली की रात को जेल ब्रेक कर भाग गए थे।

इसके बाद पुलिस ने सभी को जेल से करीब 9 किलोमीटर दूर स्थित अचारपुरा में ढेर कर दिया था। मध्य प्रदेश पुलिस ने दावा किया था कि भोपाल के सेंट्रल जेल में बंद सिमी के आठ कार्यकर्ता कथित तौर पर दिवाली की रात को जेल ब्रेक कर फरार हुए थे. बाद में पुलिस ने सभी को जेल के पास एक गांव में एनकाउंटर में मार गिराया था। इधर, सिमी कार्यकर्ताओं के परिजनों ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने उनकी बेरहमी से हत्या कर दी है। परिजनों की याचिका पर ही सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि क्यों न मामले की जांच CBI को सौंप दी जाए।

पहले भी उठे थे मुठभेड़ पर सवाल
दरअसल, 16 अक्टूबर को भोपाल सेन्ट्रल जेल से फरार इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के 8 आतंकियों को पुलिस ने एक मुठभेड़ में मार गिराया था। ये सभी आतंकी मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सेन्ट्रल जेल से फरार हो गए थे। इन आतंकियों का आरोपी ठहराया जा चुका था और कोर्ट में ट्रायल चल रहा था। आतंकियों ने जेल के एक गार्ड की हत्या कर इस घटना को अंजाम दिया था। मुठभेड़ को अंजाम दिए जाने के बाद से ही कई तरह के सवाल उठने लगे थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने आरोपियों के पास पत्थर और डंडे होने की बात कही, जिस पर सवाल उठा कि पुलिस ने गोली क्यों चलाई?

ऐसे भागे थे आतंकवादी
आतंकियों ने भोपाल जेल में पहले तो हेड गार्ड्स रमाशंकर सिंह की हत्या कर दी थी। उनका गला रेत दिया। हमले के लिए स्टील की प्लेट और ग्लास का इस्तेमाल किया गया। इसके बाद जेल में ओढने के लिए मिली चादर की रस्सी बनाई। उसी के सहारे दीवार फांदी। 2 अक्टूबर 2013 को सात आतंकी खंडवा जेल से भागे थे। जो बाद में गिरफ्त में आने के बाद उन्हें भोपाल जेल में शिफ्ट किया गया था।

मध्य प्रदेश में जितने भी सिमी के आतंकी अन्य जेलों में थे उन्हें सबको एक ही जगह लाया गया था। सभी को कड़ी सिक्युरिटी वाले भोपाल सेंट्रल जेल में रखा गया। यहां सिमी के 30 आतंकी रखे गए। इन्हीं में से 8 आतंकी भागे हैं।

जेल तोड़ने में माहिर रहा है ये आतंकी
डॉक्टर उर्फ़ अबू फैजल भोपाल सेंट्रल जेल से भागने की घटना का मास्टर माइंड है। अबू फैजल जेल ब्रेक करने में माहिर है, वाही स्लीपर सेल बनाने का काम करता था। डेढ़ साल पहले तिहाड़ जेल से भोपाल जेल शिफ्ट किया गया था। मुंबई का रहने वाला है अबू फैजल। आंध्राप्रदेश, कर्नाटक, एमपी, महाराष्ट्र में स्लीपर सेल का प्रमुख है फैजल।