बुलेट राजा’ ने बढ़ाई यूपी पुलिस की मुसीबत, पकड़ने के सारे प्लान हुए फेल!

शनिवार की देर शाम बड़ी संख्या में कारतूस बरामद होने के बाद एक बार फिर अवैध असलहों के जिले में कारोबार की चर्चा तेज हो गई है। पुलिस जांच में जुट गई है कि पकड़े गए युवकों को इतने कारतूस कहां से मिले और वह किसे देने जा रहे थे। पुलिस के लिए अवैध असलहों के कारोबारी तक पहुंचना चुनौती है। क्योंकि इससे पूर्व भी जिले में अवैध असलहों के सौदागर तो पकड़े गए हैं, पर इस कारोबार के मास्टमाइंड तक पुलिस पहुंचने में नाकाम रही है।

युवाओं का बढ़ता शौक असलहा कारोबारियों के लिए वरदान साबित हो रहा है। दिन-प्रतिदिन युवा वर्ग इस अवैध कारोबार से जुड़ता जा रहा है। इन नवयुवकों का कोई आपराधिक रिकॉर्ड ने होने से पुलिस को और अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में पुलिस टीम ने बड़ी संख्या में 12 बोर व 32 बोर के कारतूस बरामद किए। पुलिस उनसे पूछताछ कर सरगना तक पहुंचना चाह रही है। वैसे पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह की सक्रियता से प्रतीत हो रहा है कि पुलिस को इस बार कामयाबी मिलेगी।

इस वजह से बढ़ा अवैध असलहों का कारोबार
शनिवार को पकड़े गए तीन अभियुक्तों में से सुग्रीव गिरी का नाम पहले से ही सुर्खियों में था। लेकिन सपा के कद्दावर नेता का संरक्षण होने के कारण पुलिस उसे गिरफ्तार करने से कतराती रही। नगर पालिका चुनाव के दौरान खलवा मोहल्ले में हुए गोली कांड में सुग्रीव का नाम प्रमुखता से रहा लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई करने से बचती रही। अभी कुछ समय पूर्व सुग्रीव के बड़े भाई ने स्थानीय जय पैलेस में ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। होटल के तार सपा नेता से जुड़े होने के नाते पुलिस हरकत में आई और विनोद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

हर बड़े अपराध में अवैध पिस्टलों का इस्तेमाल
बलरामपुर जिला भारत-नेपाल की खुली सीमा के निकट बसा है। यहां बिहार के मुंगेर की पिस्टलों का प्रचलन बहुत अधिक है। जिले में जितने बड़े आपराधिक मामले हुए हैं सब में मुंगेर के पिस्टलों का ही इस्तेमाल हुआ है। यह पिस्टल कहां से आती हैं और असलहे के इस कारोबार का मास्टमांइड कौन है यह पता लगाने में पुलिस अब तक नाकाम रही है।

एसटीएफ के हत्थे चढ़ चुके है युवक
विधानसभा चुनाव के दौरान जिले के पांच युवकों को कुशीनगर एसटीफ ने पकड़ा था। जिनके पास से 16 अवैध पिस्टले व कारतूस बरामद हुए था। सूत्रों की मानें तो जेल से छूटने के बाद युवक दोबारा उसी कारोबार में जुट गए हैं।
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